
भारत में कोरोना संक्रमण कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप आरोग्य सेतु को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, आरोग्य सेतु एप को लॉन्च करने वाले नेशनल इंफॉर्मेटिक सेंटर (NIC) को खुद नहीं पता कि आरोग्य सेतु एप को बनाया किसने है? इस लापरवाही के बाद केंद्रीय सूचना आयोग ने NIC से जवाब मांगा है।
आयोग ने एनआई से पूछा है कि जब आरोग्य सेतु एप (Aarogya Setu App) की वेबसाइट और प्ले-स्टोर पर एनआईसी का नाम है तो फिर एप डेवलपमेंट को लेकर को स्पष्ट जानकारी क्यों नहीं है?
दरअसल आरोग्य सेतु एप को लेकर एक आरटीआई (सूचना का अधिकार) डाली गई थी जिसका जवाब स्पष्ट तौर पर नहीं दिया गया।
मामला बिगड़ने के बाद सूचना आयोग ने एनआईसी समेत कई चीफ पब्लिक इंफॉर्मेशन अधिकारियों, नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आरोग्य सेतु एप को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सौरव दास ने सूचना आयोग के पास शिकायत की थी।
उन्होंने कहा था कि आरोग्य सेतु एप के डेवलपमेंट को लेकर एनआईसी समेत कई मंत्रालय स्पष्ट सूचना देने में विफल रहे। दास ने आरटीआई लगाकर एप को तैयार करने वाली कंपनियों, व्यक्ति और सरकारी विभागों के बारे में जानकारी मांगी थी।
बता दें कि गूगल प्ले-स्टोर पर दी गई जानकारी के मुताबिक आरोग्य सेतु एप को एनआईसी ने ही डेवलप किया है।
इस एप को फिलहाल 16 करोड़ से अधिक लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। आरोग्य सेतु एप कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप है जो ब्लूटूथ और लोकेशन के आधार पर काम करता है।
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