
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को लोकसभा में दिल्ली की हिंसा को ‘पोगराम’ कहा। दिल्ली हिंसा पर चर्चा के दौरान अपने भाषण में ओवैसी ने कहा कि जो हुआ है उसे दंगा कहना एक मजाक है, ये एक नरसंहार था। ओवैसी ने कहा, सरकार की ओर से जांच के लिए एसआईटी बनाई गई हैं लेकिन हमें उस पर विश्वास नहीं है। हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सिटिंग जज से मामले की जांच कराई जाए, तभी सच्चाई सामने आएगी।
AIMIM President and Hyderabad MP Barrister Asaduddin Owaisi spoke on Delhi violence during Lok Sabha, today
Gepostet von Asaduddin Owaisi am Mittwoch, 11. März 2020
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ये सवाल हिन्दू या मुसलमान का नहीं है बल्कि सरकार के जिम्मेदारी निभाने का है। सरकार फेल हुई है। उन्होंने कहा, पुलिस के जो वीडियो आए हैं, उनमें सिपाही पत्थर फेंक रहे हैं पीट-पीटकर वंदेमातरम गाने को कहा जा रहा है। क्या इनकी जांच होगी। अंकित शर्मा की भी मौत हुई है और फैजान की भी। किसी की जान की कीमत किसी से कम नहीं है, सबको इंसाफ मिलना चाहिए ये हमारी मांग है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन ने कहा कि हिंसा में किसी की जय नहीं होती। पराजय सिर्फ इंसानियत की होती है। कोई कहता है कि कहीं हिंदू मरे, कहीं मुस्लिम मरे, लेकिन इसमें इंसान की मौत हुई है। जब तीन दिनों से हिंसा हो रही थी, तब दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह क्या कर रहे थे। हिंसा के लिए गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार है। इसलिए हमारी यह मांग है कि गृह मंत्री अमित शाह इस्तीफा दें।
दिल्ली हिंसा पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अच्छा काम कियाऔर 36 घंटे में हालात पर काबू पा लिया। शाह ने पुलिस का बचाव किया और सीएए प्रदर्शनों को लेकर विपक्ष को ही कटघरे में खड़ा किया।
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